कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
एक तो हुस्न कयामत उसपे होठों का लाल होना।
मैंने माना कि नुकसान देह है ये सिगरेट...
मैंने कहा, नहीं दिल में एक बेवफा की तस्वीर बसी है,
कहानियों का सिलसिला बस यूं ही चलता रहा,
वो आँखें कितनी क़ातिल हैं वो चेहरा कैसा लगता है।
क़यामत देखनी हो अगर चले जाना किसी महफ़िल में,
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
ख्यालों shayari in hindi और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
अब तक सबने बाज़ी हारी इस दिल को रिझाने में,
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता,
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
समंदर पीर का अन्दर है, लेकिन रो नहीं सकता,